Posted on: May 28, 2019 | | Written by:

5 आम स्वास्थ्य बीमा बहिष्करण

हेल्थ बीमा वह बीमा होता है जो किसी भी मेडिकल एमर्जेंसी में हमारे अस्पताल के बिल और दूसरे मेडिकल बिलों का भुगतान करके, हमें एक प्रकार से वित्तीय सुरक्षा देता है।


हालांकि हेल्थ बीमा हमें अनेक प्रकार की बीमारियों की सुरक्षा देता है लेकिन फिर भी कुछ मेडिकल कंडीशन ऐसी होती हैं जिनकी सुरक्षा नहीं दी जाती है। इन्हें स्वास्थ्य बीमा में बहिष्करण के नाम से जाना जाता है।


किसी मेडिकल एमर्जेंसी में हेल्थ बीमा पॉलिसी में निवेश करने पर भी अगर सोची हुई मदद न मिले तो उसका होना न होने के बराबर माना जाता है। अक़्सर किसी हेल्थ बीमा में निवेश करने से पहले ग्राहक उसमें लिखी गई सभी नियम व शर्तों को ध्यान और बारीकी से नहीं पढ़ते या समझते हैं। इसमें कुछ ऐसी शर्तें भी होती हैं जिनमें कुछ मेडिकल बिलों (बहिष्करण के  रूप में) के शामिल न करने के बारे में भी लिखा होता है। इनका अर्थ यह होता है कि आपको कुछ मेडिकल बिलों का भुगतान अपनी जेब से करना होगा।


इसलिए, अंत में किसी भयानक वास्तविकता का सामना करने से अच्छा होगा कि आपको किसी पॉलिसी में निवेश करने से पहले उसमें शामिल की गई सुरक्षा, बहिष्करण और सीमाओं को अच्छी तरह से देख और समझ लेना चाहिए।  


हालांकि, यह बहिष्करण, विभिन्न योजनाओं की प्रकृति के अनुसार अलग-अलग होते है, फिर भी हेल्थ बीमा में कुछ


सामान्य बहिष्करण होते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:


1. पहले से मौज़ूद  मेडिकल कंडीशन

बीमा पॉलिसी करवाते समय अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो इसे ‘पहले से मौज़ूद मेडिकल कंडीशन’ के नाम से जाना जाता है और हेल्थ बीमा योजना में इसकी सुरक्षा नहीं दी जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि बीमा केवल उन घटनाओं से होने वाले रिस्क की सुरक्षा देता है जिनका होना अनिश्चित होता है या जो पहले से मौजूद नहीं होती हैं। इसके बाद भी अगर कोई बीमा कंपनी किसी पहले से उपस्थित बीमारी की सुरक्षा देने को तैयार भी हो जाती है तब भी इस स्थिति में पहले से उपस्थित बीमारी की सुरक्षा के लागू होने के लिए कुछ समय का इंतज़ार करना होता है जिसे ‘प्रतीक्षा समय’ कहा जाता है जो लगभग दो से चार वर्ष का हो सकता है। वह समय जो पॉलिसी खरीदने से लेकर सुरक्षा के लागू होने के बीच का अंतराल होता है उसे प्रतीक्षा समय के नाम से जाना जाता है।


2. कोसमेटिक ट्रीटमेंट

हेल्थ बीमा में सबसे अधिक प्रचलित बहिष्करण कोसमेटिक ट्रीटमेंट होता है। लेकिन किसी दुर्घटना के बाद चोट लगने पर किए जाने वाला कोसमेटिक ट्रीटमेंट हेल्थ बीमा पॉलिसी में शामिल किया जाता है। इसके अतिरिक्त ज्वाइंट रिप्लेस्मेंट और दांतों के इलाज को भी हेल्थ बीमा पॉलिसी में दी जाने वाली सुरक्षा में शामिल नहीं किया जाता है।


3. आत्महत्या करने के प्रयास में लगी चोट

अधिकतम हेल्थ बीमा पॉलिसी में अपने को जानबूझकर चोट पहुंचाने या आत्महत्या के प्रयास में लगी चोट की सुरक्षा नहीं दी जाती है। यदि कोई बीमा धारक स्वयं को जानबूझकर चोट पहुंचाने का प्रयास करता है तब उसे किसी भी प्रकार की सुरक्षा नहीं दी जाती है।


4. थेरेपी

हेल्थ बीमा पॉलिसी में किसी भी प्रकार की थेरेपी जैसे नेचेरोपेथी, एक्यूप्रेशर, मेगनेट थेरेपी या अन्य इसी प्रकार की कोई भी वैकल्पिक इलाज की सुरक्षा नहीं दी जाती है।


किसी भी हेल्थ बीमा पॉलिसी में निवेश करने से पहले, आपको प्रतीक्षा समय का भी ध्यान रखना होगा। बीमा बाज़ार में अलग-अलग अवधि के प्रतीक्षा समय होते हैं जो इनमें से कोई भी हो सकते हैं:


पहले से मौजूद बीमारी के लिए दो से लेकर चार वर्ष, हर्निया, ओस्टियोप्रोसिस और गले-नाक-कान संबंधी विकारों के लिए एक से दो साल,

ज्वाइंट रिप्लेस्मेंट, गठिया, वेरिकोज वेंस, रीढ़ की हड्डी संबंधी विकार, मोतियाबिंद, सिस्ट, पोलिप्स, ट्यूमर, साइनस और टॉन्सिल्स आदि के लिए दो साल,

नवजात शिशु और छोटे बच्चों के लिए 90 दिन। 


आपकी पॉलिसी में बताया गया प्रतीक्षा समय बिना किसी परेशानी के गुज़र जाये, इस बात को सुनिश्चित करने के लिए आपको यही सलाह दी जाती है कि आपको युवावस्था में ही एक अच्छी हेल्थ बीमा पॉलिसी ले लेनी चाहिए। इससे न केवल आपका दिया जाने वाला प्रीमियम कम राशि का होगा बल्कि पॉलिसी में दिया गया प्रतीक्षा समय भी आपका सरलता से निकल जाएगा क्योंकि इस समय आप युवा व रोग मुक्त होते हैं। इसलिए यदि भविष्य में किसी ऐसी बीमारी से ग्रस्त भी होते हैं जिसे पॉलिसी में बहिष्करण में शामिल किया गया है तब आप इसकी सुरक्षा ले सकते हैं क्योंकि इसका प्रतीक्षा समय आप पहले ही गुज़ार चुके हैं।


इसलिए, अगली बार जब कोई हेल्थ बीमा पॉलिसी खरीदते हैं तब उसमें दिया गया प्रतीक्षा समय देखना न भूलें।


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