कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी - क्रिटिकल इलनेस
कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी या CABG, आपके हृदय में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने के लिए की जाने वाली एक सर्जरी है. जब कोरोनरी आर्टरी या धमनी के भीतर प्लॉक नामक पदार्थ जमा हो जाता है, तो यह सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है. ये धमनियां आपके हृदय में ऑक्सीजन-युक्त खून की आपूर्ति करती हैं. इन धमनियों में प्लॉक जम जाने और और इनकी परत कठोर हो जाने से हृदय की ओर जाने वाला ब्लड फ्लो बाधित हो जाता है और सीने में बेचैनी या दर्द जैसी परेशानियां होने लगती हैं. CABG सर्जरी में, शरीर के दूसरे किसी हिस्से से स्वस्थ धमनी या शिरा निकाली जाती है और इसे ब्लॉक हो चुकी कोरोनरी धमनी के स्थान पर लगा दिया जाता है. इस प्रकार से हृदय की मांसपेशियों तक खून पहुंचाने के लिए एक नया वैकल्पिक रास्ता बन जाता है.
CABG सबसे आम ओपन-हार्ट सर्जरी है. इस सर्जरी के बाद रिकवरी अवधि हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है. इस अवधि के दौरान, रोगी को बेहतर देखभाल और ध्यान देने की आवश्यकता होती है. इससे कुछ समय तक उनकी आजीविका अर्जित करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है.
पहले से ही इंडेमनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान होने के बाद भी एचडीएफसी एर्गो क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी का विकल्प क्यों चुनना चाहिए?
पारंपरिक इंडेमनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के विपरीत क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी एक बेनिफिट-प्लान है. यह पॉलिसी में कवर किए गए किसी भी क्रिटिकल इलनेस के लिए डाइग्नोसिस होने पर लंपसम राशि (सम इंश्योर्ड) का भुगतान करता है. अगर आपके डॉक्टर, आपको किसी विशेष उपचार की सलाह देते हैं, तो एचडीएफसी एर्गो का क्रिटिकल इलनेस प्लान आपको एक ही ट्रांज़ैक्शन में लंपसम लाभ प्रदान करता है. आप इस पैसे का उपयोग उपचार, देखभाल और रिकवरी में कर सकते हैं. इस पैसे का इस्तेमाल कर्ज़ चुकाने, आजीविका अर्जन में हुई हानि की क्षतिपूर्ति करने और कुछ मामलों में लाइफस्टाइल में बदलाव के अनुरूप ढलने के लिए किया जा सकता है. क्रिटिकल इलनेस का उपचार आपकी जीवन भर की जमा पूंजी को समाप्त कर सकता है, आपको काम करने और कमाने से रोक सकता है और आपकी रोज़मर्रा की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकता है. ऐसे समय में लंपसम भुगतान के रूप में, एक ही ट्रांज़ैक्शन में, आपके कवर की बराबर राशि मिलने से, यह आपके बहुत काम आता है. आपका मौजूदा हेल्थ कवर या कर्मचारी हेल्थ इंश्योरेंस आपके मेडिकल खर्च को एक निश्चित मात्रा तक ही कवर कर सकता है, जबकि क्रिटिकल इलनेस कवर आपको पहली बार डाइग्नोसिस होने पर या डॉक्टर द्वारा ऐसी सलाह दिए जाने पर, एक ही ट्रांज़ैक्शन में लंपसम राशि का भुगतान कर देता है.
कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी के लिए एचडीएफसी एर्गो का क्रिटिकल इलनेस प्लान क्यों चुनें?
आप बस अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें, पैसों की चिंता एचडीएफसी एर्गो क्रिटिकल इलनेस कवर पर छोड़ दें. इसके अलावा, अगर आप उपचार कराने में व्यस्त हैं और इस कारण से आपकी इनकम में किसी प्रकार की कमी आती है, तो इंश्योरर आपके परिवार को आर्थिक सहायता भी ऑफर करता है. पहली बार डाइग्नोसिस पर 30 दिनों की सर्वाइवल अवधि के बाद, एक ही ट्रांजैक्शन में लंपसम राशि का भुगतान किया जाता है. इस लंपसम राशि का उपयोग देखभाल और उपचार, आरोग्य लाभ उपकरणों, लोन का भुगतान करने या कमाई की क्षमता में कमी होने के कारण इनकम में हुई कमी की क्षतिपूर्ति के लिए किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त, क्रिटिकल इलनेस हेल्थ कवर खरीदकर आप सेक्शन 80D के तहत टैक्स लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं.