एओर्टा ग्राफ्ट सर्जरी - क्रिटिकल इलनेस
एओर्टा मानव शरीर की प्रमुख धमनी होती है, यह हृदय के बाएं निलय (वेंट्रिकल) से निकलती है और इसके बाद यह पेट में नीचे की ओर जाकर दो छोटी धमनियों में बंट जाती है. इसका काम शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन-युक्त खून की सप्लाई करना है. इसमें कभी-कभी असामान्य उभार आ जाते हैं, जिन्हें एन्यूरिज्म के नाम से जाना जाता है, इससे एओर्टा के फटने की संभावनाएं बढ़ जाती है. एओर्टा की परत कमजोर हो जाने के कारण ऐसा होता है. अओर्टिक एन्यूरिज्म होने के जोखिम कारकों में आयु, लिंग, धूम्रपान, हाई ब्लड प्रेशर, कनेक्टिव टिश्यू डिसऑर्डर, परिवार में किसी सदस्य को पहले हुई अओर्टिक एन्यूरिज्म की बीमारी और अन्य कारण शामिल हैं. एन्यूरिज्म के फट जाने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं. एन्यूरिज्म के फटने से आंतरिक रूप से रक्तस्त्राव शुरू हो जाता है और मरीज़ शॉक की स्थिति में जा सकता है. खून के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए, सर्जन एओर्टा ग्राफ्ट सर्जरी की सलाह देते हैं. इस सर्जरी में, प्रभावित एओर्टा का कुछ भाग हटाकर, इसके स्थान पर अपेक्षाकृत मज़बूत ग्राफ्ट लगा दिया जाता है, इससे बिना कोई उभार के शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन-युक्त रक्त पहुंचाया जाता है.
मरीज़ को पूरी तरह से ठीक होने में 2-3 महीने का लंबा समय लगता है, इससे उसकी लाइफस्टाइल प्रभावित हो सकती है और मरीज़ को अपनी पुरानी दिनचर्या अपनाने में काफी परेशानी होती है. एओर्टा ग्राफ्ट सर्जरी एक बड़ा ऑपरेशन है, जिसमें उपचार की उच्च लागत के साथ-साथ व्यापक मेडिकल केयर की आवश्यकता होती है. हृदय की बीमारियों से जूझना आसान नहीं होता है. और, ऐसे समय में आप यही चाहेंगे कि आपका परिवार आपके साथ खड़ा रहे, न कि फंड्स के इंतजाम में लगा रहे. इसलिए, आपको क्रिटिकल इलनेस हेल्थ प्लान का विकल्प चुनने की सलाह दी जाती है, जो एओर्टा ग्राफ्ट सर्जरी के लिए मेडिकल खर्च को कवर करता है.
पहले से ही इंडेमनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान होने के बाद भी एचडीएफसी एर्गो क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी का विकल्प क्यों चुनना चाहिए?
पारंपरिक इंडेमनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के विपरीत क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी एक बेनिफिट-प्लान है. यह पॉलिसी में कवर किए गए किसी भी क्रिटिकल इलनेस के लिए डाइग्नोसिस होने पर लंपसम राशि (सम इंश्योर्ड) का भुगतान करता है. अगर आपके डॉक्टर, आपको किसी विशेष उपचार की सलाह देते हैं, तो एचडीएफसी एर्गो का क्रिटिकल इलनेस प्लान आपको एक ही ट्रांज़ैक्शन में लंपसम लाभ प्रदान करता है. आप इस पैसे का उपयोग उपचार, देखभाल और रिकवरी में कर सकते हैं. इस पैसे का इस्तेमाल कर्ज़ चुकाने, आजीविका अर्जन में हुई हानि की क्षतिपूर्ति करने और कुछ मामलों में लाइफस्टाइल में बदलाव के अनुरूप ढलने के लिए किया जा सकता है. क्रिटिकल इलनेस का उपचार आपकी जीवन भर की जमा पूंजी को समाप्त कर सकता है, आपको काम करने और कमाने से रोक सकता है और आपकी रोज़मर्रा की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकता है. ऐसे समय में लंपसम भुगतान के रूप में, एक ही ट्रांज़ैक्शन में, आपके कवर की बराबर राशि मिलने से, यह आपके बहुत काम आता है. आपका मौजूदा हेल्थ कवर या कर्मचारी हेल्थ इंश्योरेंस आपके मेडिकल खर्च को एक निश्चित मात्रा तक ही कवर कर सकता है, जबकि क्रिटिकल इलनेस कवर आपको पहली बार डाइग्नोसिस होने पर या डॉक्टर द्वारा ऐसी सलाह दिए जाने पर, एक ही ट्रांज़ैक्शन में लंपसम राशि का भुगतान कर देता है.
एओर्टा ग्राफ्ट सर्जरी के लिए, एचडीएफसी एर्गो का क्रिटिकल इलनेस प्लान क्यों चुनें?
आप बस अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें, पैसों की चिंता एचडीएफसी एर्गो क्रिटिकल इलनेस कवर पर छोड़ दें. इसके अलावा, अगर आप उपचार कराने में व्यस्त हैं और इस कारण से आपकी इनकम में किसी प्रकार की कमी आती है, तो इंश्योरर आपके परिवार को आर्थिक सहायता भी ऑफर करता है. पहली बार डाइग्नोसिस पर 30 दिनों की सर्वाइवल अवधि के बाद, एक ही ट्रांजैक्शन में लंपसम राशि का भुगतान किया जाता है. इस लंपसम राशि का उपयोग देखभाल और उपचार, आरोग्य लाभ उपकरणों, लोन का भुगतान करने या कमाई की क्षमता में कमी होने के कारण इनकम में हुई कमी की क्षतिपूर्ति के लिए किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त, क्रिटिकल इलनेस हेल्थ कवर खरीदकर आप सेक्शन 80D के तहत टैक्स लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं.